Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
बताया जा रहा हैं कि इस इमारत के निर्माणकार्य के लिये निगम के ओर से परमिशन नहीं दी गयी थी। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा हैं कि अगर नगर निगम की इजाजत नहीं थी तो पांच मंजिला इमारत कैसे बन गया?
कोलकाता। गार्डनरीच, मेटियाब्रुज इलाके में रविवार आधी रात के समय एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई। खबर लिखें जाने तक मलबे में दबने से 9 की मौत की खबर है जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन सूत्रों के मुताबिक, मृतकों में शमा बेगम (44), हसीना खातून (55), रिजवान आलम (22) और अकबर अली (34) शामिल हैं। इनमें शमा और हसीना दो बहनें हैं। उन्हें मलबे से बचाया गया और स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया बाद में एसएसकेएम ने रिजवान और अकबर को मृत घोषित कर दिया। वहीं मलबे में फंसे हुए लोगों की तलाश अभी भी जारी है। घटना की सूचना पाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सर पर पट्टी बंधी अवस्था में ही घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल में घायलों से मुलाकात कीं। मेयर फिरहाद हकीम ने मृतक के परिवार के लिए 5 लाख रुपये और घायलों के लिए 1 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा कीं।
बताया जा रहा हैं कि इस इमारत के निर्माणकार्य के लिये निगम के ओर से परमिशन नहीं दी गयी थी। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा हैं कि अगर नगर निगम की इजाजत नहीं थी तो पांच मंजिला इमारत कैसे बन गया? पुलिस और प्रशासन को इस घटना की भनक क्यों नहीं लगी?
हादसे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवैध निर्माण है और मैं परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रशासन से अवैध निर्माण में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करूंगी। सीएम के निर्देश के कुछ ही घँटों के बाद पुलिस ने इमारत का निर्माण करवा रहे प्रमोटर मोहम्मद वसीम को गिरफ्तार कर लिया हैं।
एनडीआरएफ सूत्रों ने बताया कि पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से अब तक करीब 20 लोगों को बचाया जा चुका है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने देर रात करीब 1:40 बजे घटनास्थल का दौरा किया और बचाव अभियान का जायजा लिया। कमिश्नर ने कहा कि उम्मीद है, हम उन सभी को बचा लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया हैं।
घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत गिरने से पहले कंक्रीट के बड़े टुकड़े पास की झुग्गियों पर गिरीं। जिस के बाद जोर की आवाज के साथ इमारत झुग्गियों पर गिर गई। मुस्लिम बहुल इस इलाके की घनी बस्ती में निर्माणाधीन इमारत के आसपास कई झोपड़ीनुमा घर है। इमारत एक झोपड़ीनुमा घर के ऊपर गिरी। घटना की सूचना मिलते ही कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। इमारत गिरने की सूचना पाकर आधी रात को ही कोलकाता के मेयर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम एवं दमकल मंत्री सुजीत बोस भी मौके पर पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने इलाके में अवैध निर्माण का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन की अप्रत्यक्ष मदद से इलाके में सारा अवैध निर्माण का काम चल रहा है। उनका आरोप है कि ढही हुई इमारत भी अवैध रूप से बनाई जा रही थी। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा इंद्रनील खां भी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इमारत गिरने की इस घटना से इलाके में दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा।
500 स्क्वायर फीट के 16 फ्लैट बन रहे थे
मकान का निर्माण दिसंबर 2022 से शुरू हुआ था। किसी कारणवश मकान का निर्माण बीच मे बंद हो गया था। मकान का काम फिर शुरू हुआ था कि यह हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि जी+4 मकान था जिसमें 16 फ्लैट बन रहे थे। हर एक फ्लैट 500 स्क्वायर फीट के थे जिसका प्रति स्क्वायर फीट 16000 मूल्य था। मकान के मालिक का घर सबसे ऊपर के तल्ले पर बनने की थी। वह बार बार प्रमोटर से घर जल्दी बना कर देने के लिए बार- बार कह रहा था। जिस कारण मकान में नीचे पिल्लर न दिए बगैर ऊपर से ढलाई शुरू की गई थी और नीचे से दीवार न शुरू कर ऊपर से दीवार की जा रही थी। इसी कारणवश मकान अचानक रात ढह गया। पुलिस ने इस मामले में मकान के प्रमोटर मोहम्मद वासिम को गिरफ्तार कर लिया गया है। वासिम से पूछताछ में पता चला कि उसके साथ हेल्पर शेरू भी शामिल था। हालांकि, शेरू के बारे में खोजबीन की जा रही है। आशंका यह भी है कि वह भी मलबे में दबा हुआ है। पुलिस उसे भी ढूंढने का प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार अभी तक 26 लोगों को बचाया जा चुका है।
घटना पर राजनीति नहीं : अभिषेक
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि इमारत ढहने की घटना बेहद दुखद है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना पर जो विपक्षी नेता तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं, उनके लिए मैं यही कहूंगा कि राजनीति इंतजार कर सकती है. हम बाद में भी राजनीति कर सकते हैं, लेकिन फिलहाल हमें फंसे हुए लोगों को बचाने पर ध्यान देना चाहिए. हमें उम्मीद है कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी।सभी संस्थानों को मिलकर काम करना चाहिए।
अवैध निर्माण बाम सरकार की देन: मेयर
सुबह-सुबह घटना स्थल पर पहुंचे मेयर फिरहाद हकीम ने माना कि जो मकान गिरा है वह अवैध रूप से बना था। उन्होंने कहा कि बाममोर्चा बोर्ड के समय से ही अवैध निर्माण काफी तेजी से बढ़ा था। हमने तो ठेका टेनेंसी कानून में काफी सुधार कर इसे काफी हद तक रोका है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्षद का काम यह देखना नहीं है कि कौन सा निर्माण वैध है या अवैध।
सिर पर पट्टी बांधे गार्डनरीच पहुंचीं ममता
कोलकाता, 18 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार सुबह गार्डनरीच दुर्घटनास्थल का दौरा किया। गत शुक्रवार को मुख्यमंत्री के माथे पर गहरी चोट लग गई थी। उनके माथे और नाक पर कुल चार टांके लगे हैं और पट्टी भी बंधी है। उसी हालत में वह दुर्घटना स्थल पर पहुंची हैं। कोलकाता दक्षिण की सांसद माला रॉय भी गार्डनरीच में उनके साथ थीं। ममता ने यहां घूम-घूम कर लोगों से बातचीत की और उनकी सेहत के बारे में खबर ली है। घटनास्थल का दौरा करने के बाद ममता ने कहा, यह बहुत सघन इलाका है। मंत्री पूरी रात यहां मौजूद रहे। कुछ प्रमोटर अवैध रूप से मकान बनाते हैं। इससे पहले यह सोचना जरूरी है कि आसपास जो लोग हैं, उन्हें नुकसान न हो। सुना है, यह बहुमंजिला इमारत प्रशासन की अनुमति से नहीं बनी है। अभी रमज़ान का महीना चल रहा है। हर कोई उपवास कर रहा है। इलाके के लोग पूरी रात बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन विभाग, पुलिस, पार्षदों ने रात भर काम किया। ममता ने यह भी कहा, ऐसे हादसे से हम सदमे में हैं। दो की मौत हो चुकी है। पांच-छह लोग अभी भी फंसे हुए हैं। एक व्यक्ति का पैर फंस गया है, लेकिन वह जीवित है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। जिन लोगों ने गैर कानूनी कार्य किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार परिवार के साथ खड़ी रहेगी। जिनके घर नष्ट हो गए, मैं उनसे घर बनाने के लिए कहूंगी। घटनास्थल का दौरा करने के बाद ममता अस्पताल भी गईं। वहां से बाहर आकर उन्होंने कहा, जो लोग अस्पताल में हैं उनकी हालत स्थिर है।
पीडि़त परिवारों को वित्तीय मदद का ऐलान- महानगर कोलकाता के गार्डनरीच इलाके में एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग के गिरने से उसमें दबकर 5 लोगों की मौत और कोई अन्य लोगों के घायल होने की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है। उन्होंने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों को वित्तीय मदद का ऐलान किया है। हालांकि कितनी राशि मिलेगी इस बारे में फिलहाल उन्होंने नहीं बताया है। सोमवार सुबह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है, कोलकाता नगर निगम के गार्डनरीच क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने की घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। हमारे मेयर, अग्निशमन मंत्री, सचिव और पुलिस आयुक्त, नागरिक, पुलिस, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन अधिकारी और टीमें (एनडीआरएफ, केएमसी और कोलकाता पुलिस टीमों सहित) आपदा को कम करने के लिए पूरी रात दुर्घटनास्थल पर रहे हैं। हम मृतकों के परिजनों और घायल व्यक्तियों के लिए मुआवजा प्रदान करेंगे। ममता ने कहा है, हम संकटग्रस्त परिवारों के साथ खड़े हैं और बचाव अभियान जारी रहेगा।